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मध्‍यप्रदेश गान

सुख का दाता, सब का साथी, शुभ का यह संदेश है, मां की गोद, पिता का आश्रय, मेरा मध्यप्रदेश है।

विंध्याचल सा भाल, नर्मदा का जल जिसके पास है, यहां ताप्ती और बेतवा का पावन इतिहास है। उर्वर भूमि, सघन वन, रत्न सम्पदा जहां अशेष है, स्वर-सौरभ-सुषमा से मंडित, मेरा मध्यप्रदेश है।

सुख का दाता, सब का साथी, शुभ का यह संदेश है, मां की गोद, पिता का आश्रय, मेरा मध्यप्रदेश है।

क्षिप्रा में अमृत घट छलका, मिला कृष्ण को ज्ञान यहां, महाकाल को तिलक लगाने, मिला हमें वरदान यहां। कविता, न्याय, वीरता, गायन, सब कुछ यहां विशेष है, हृदय देश का यह, मैं इसका, मेरा मध्यप्रदेश है।

सुख का दाता, सब का साथी, शुभ का यह संदेश है, मां की गोद, पिता का आश्रय, मेरा मध्यप्रदेश है।

चंबल की कल-कल से गुंजित, कथा तान, बलिदान की, खजुराहो में कथा कला की, चित्रकूट में राम की। भीमबैठका आदिकला का, पत्थर पर अभिषेक है, अमृतकुंड अमरकंटक में, ऐसा मध्यप्रदेश है।

सुख का दाता, सब का साथी, शुभ का यह संदेश है, मां की गोद, पिता का आश्रय, मेरा मध्यप्रदेश है।

महेश श्रीवास्तव

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Events

'लोकरंग समारोह

26 - 30 January, 2016


गणतंत्र दिवस के सांस्कृतिक पर्व लोकरंग का शुभारम्भ रवीन्द्र भवन के मुक्ताकाश मंच पर 26 जनवरी की शाम से होने जा रहा है। 27 से 29 जनवरी तक आयोजित बाल फिल्म समारोह इस उत्सव का एक प्रमुख आयाम है। इसका शुभारम्भ करने प्रसिद्ध अभिनेता एवं बाल चित्र समिति, मुम्बई के अध्यक्ष श्री मुकेश खन्ना विशेष रूप से आ रहे हैं।

बाल फिल्म समारोह का उद्घाटन 27 जनवरी को दोपहर 12 बजे रवीन्द्र भवन के सभागार में होगा जो अब सभी प्रकार की उत्कृष्ट सांस्कृतिक गतिविधियों एवं सिनेमा प्रदर्शन की दृष्टि से उत्तम एवं अनुकूल बन गया है। उद्घाटन अवसर पर सीमा देसाई द्वारा निर्देशित बच्चों की फिल्म पप्पू की पगडण्डी का प्रदर्शन होगा। इस फिल्म के बाद दोपहर ढाई बजे अजय कार्तिक निर्देशित फिल्म करामाती कोट दिखायी जायेगी। इस फिल्म के बाद तीसरी फिल्म गट्टू का प्रदर्शन शाम साढ़े चार बजे से होगा। फिल्म के निर्देशक राजन खोसा हैं।

आमतौर पर बच्चों का उत्कृष्ट सिनेमा हमारे देश में बाल चित्र समिति जैसी भारत सरकार की संस्थाओं के अस्तित्व के कारण प्रायः बना करता है अन्यथा इसके नियमित प्रदर्शन की स्थितियाँ बड़ी क्षीण हैं। इस समारोह में शामिल फिल्में बाल चित्र समिति का ही निर्माण हैं जिन्हें पिछले पन्द्रह वर्षों में बड़ी सराहना और पुरस्कारों से नवाजा गया है। लोकरंग में यह आयाम बच्चों के लिए श्रेष्ठ, प्रेरणाप्रद और मार्गदर्शक मनोरंजन की आकांक्षाओं को पूर्ण करने का प्रयास करेगा।

फिल्म समारोह के दूसरे दिन 28 जनवरी को दोपहर बारह बजे शिल्पा रानाडे के निर्देशन में दिलचस्प फिल्म गोपी गवैया बाघा बजैया फिल्म का प्रदर्शन होगा। इस दिन दूसरी फिल्म हालो दिखायी जायेगी जिसके निर्देशक प्रसिद्ध फिल्मकार संतोष सिवन हैं। दूसरे दिन की समापक फिल्म शाम चार बजे से है जिसका नाम छोटा सिपाही है। फिल्म का निर्देशन जयश्री कनल ने किया है। फिल्म समारोह के समापन दिवस तीसरे दिन 29 जनवरी को प्रातः साढ़े ग्यारह बजे बतुल मुख्तियार के निर्देशन में काफल फिल्म का प्रदर्शन होगा। इसी दिन दोपहर डेढ़ बजे विनोद गणात्रा के निर्देशन में हेडा होडा फिल्म दिखायी जायेगी। इस फिल्म के बाद साढ़े तीन बजे एक अजूबा फिल्म का प्रदर्शन होगा जिसके निर्देशक सुनील अडवानी हैं। फिल्म समारोह का समापन द गोल फिल्म के प्रदर्शन से होगा जो शाम पाँच बजे से होगी। इसके निर्देशक गुलबहार सिंह हैं।


इस बार लोकरंग में.......