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मध्‍यप्रदेश गान

सुख का दाता, सब का साथी, शुभ का यह संदेश है, मां की गोद, पिता का आश्रय, मेरा मध्यप्रदेश है।

विंध्याचल सा भाल, नर्मदा का जल जिसके पास है, यहां ताप्ती और बेतवा का पावन इतिहास है। उर्वर भूमि, सघन वन, रत्न सम्पदा जहां अशेष है, स्वर-सौरभ-सुषमा से मंडित, मेरा मध्यप्रदेश है।

सुख का दाता, सब का साथी, शुभ का यह संदेश है, मां की गोद, पिता का आश्रय, मेरा मध्यप्रदेश है।

क्षिप्रा में अमृत घट छलका, मिला कृष्ण को ज्ञान यहां, महाकाल को तिलक लगाने, मिला हमें वरदान यहां। कविता, न्याय, वीरता, गायन, सब कुछ यहां विशेष है, हृदय देश का यह, मैं इसका, मेरा मध्यप्रदेश है।

सुख का दाता, सब का साथी, शुभ का यह संदेश है, मां की गोद, पिता का आश्रय, मेरा मध्यप्रदेश है।

चंबल की कल-कल से गुंजित, कथा तान, बलिदान की, खजुराहो में कथा कला की, चित्रकूट में राम की। भीमबैठका आदिकला का, पत्थर पर अभिषेक है, अमृतकुंड अमरकंटक में, ऐसा मध्यप्रदेश है।

सुख का दाता, सब का साथी, शुभ का यह संदेश है, मां की गोद, पिता का आश्रय, मेरा मध्यप्रदेश है।

महेश श्रीवास्तव

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मध्यप्रदेश शासन, संस्कृति विभाग के राष्ट्रीय सम्मानों की घोषणा

राष्ट्रीय तानसेन सम्मान पं. गणपति भट्ट, राष्ट्रीय कवि प्रदीप सम्मान श्री गुरू सक्सेना एवं राष्ट्रीय राजा मानसिंह तोमर सम्मान मालव लोक कला केन्द्र , उज्जैन को प्रदान किया जावेगा

मध्यप्रदेश शासन, संस्कृति विभाग द्वारा वर्ष 2022 के प्रतिष्ठित राष्ट्रीय तानसेन सम्मान पं. गणपति भट्ट, कर्नाटक, राष्ट्रीय कवि प्रदीप सम्मान श्री गुरू सक्सेना, नरसिंहपुर एवं राष्ट्रीय राजा मानसिंह तोमर सम्मान मालव लोक कला केन्द्र , उज्जैन को दिए जाने की घोषणा की गई है।

भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में देश का सर्वाधिक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय तानसेन सम्मान है। प्रख्यात पं. गणपति भट्ट, कर्नाटक को दिया जाएगा। यह सम्मान कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे व्यक्ति को दिया जाता है। प्रख्यात पं. गणपति भट्ट, कर्नाटक ने अपनी सुदीर्घ साधना में एक उत्कृष्ट एवं शास्त्रीय गायक के रूप में प्रतिष्ठा प्राप्त की है। संगीत के क्षेत्र में उनकी अंतरराष्ट्रीय पहचान है। कलाकारों की नई पीढ़ी को उनका सदैव प्रोत्साहन रहा है। श्री गुरू सक्सेना, नरसिंहपुर, मध्यप्रदेश की प्रतिष्ठा एक जनकवि के रूप में मंच की कविता के क्षेत्र में अत्यन्त व्यापक है। वे मंच के प्रथम श्रेणी के लोकप्रिय कवियों में उल्लेखनीय हैं। कवि सम्मेलनों के मंच पर उनका होना गरिमापूर्ण होता है। कवि प्रदीप कुमार के सम्‍मान में मध्‍यप्रदेश सरकार के संस्‍कृति विभाग ने कवि प्रदीप राष्‍ट्रीय सम्‍मान की स्‍थापना वर्ष 2013 में की थी। प्रतिष्ठित राजा मानसिंह तोमर 2020 अलंकरण संगीत, संस्कृ्ति एवं कलाओं के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु मालव लोक कला केन्द्र ,उज्जैन वृहद स्तर पर लगभग छ: दशक से सक्रियता से कार्य कर रही है।