ख़बरें / जानकारियाँ

दिव्यांगजन हेतु सहायक व्याख्याता (गायन) पद के लिए आवेदन आमंत्रण (प्रकाशन तिथि : 12/12/2024 | अंतिम तिथि : 03/01/2025)

गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड - परामर्शी सेवाओं हेतु दर आमंत्रण सूचना (25/11/2024)

'अशासकीय संस्थाओं को अनुदान योजना' अंतर्गत: वर्ष 2024-25 हेतु आवेदन आमंत्रण

राष्ट्रीय एवं राज्य सम्मान वर्ष - 2024 (अनुशंसाओं का आमंत्रण)

वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए अशासकीय संस्थाओं को अनुदान स्वीकृति आदेश

सहायक व्याख्याता (गायन) के दिव्यांगजन (लोकोमीटर डिसेबिलिटी) पद हेतु वॉक-इन-इन्टरव्यू की सूचना

अशासकीय संस्थओं को अनुदान योजना हेतु वर्ष 2023-24 के लिए आवेदन आमंत्रण

वॉक-इन इंटरव्यू के माध्यम से दिव्यांगजनों की भर्ती हेतु विज्ञापन एवं आवेदन पत्र

मध्यप्रदेश नाट्य विद्यालय : सत्र 2024-26 में दो वर्षीय पी.जी.डिप्लोमा इन नाट्य रंगमंच पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु सूचना एवं आवदेन पत्र

संस्कृति विभाग के राष्ट्रीय एवं राज्य सम्मान वर्ष - 2023 (अनुशंसाओं का आ

विज्ञापन - संस्कृति विभाग के राष्ट्रीय एवं राज्य सम्मान वर्ष - 2023 (अनुशंसाओं कमंत्रण)

श्री रामचन्द्र पथगमन न्यास परियोजना के लिये प्रोजेक्ट मैनेजर पद पर आवेदन (14/01/2024)

मध्यप्रदेश शासन, संस्कृति विभाग के राष्ट्रीय सम्मानों की घोषणा

युवाओं को कला प्रशिक्षण फैलोशिप-2023 योजना

आर्काइव खबरें/जानकारियाँ


मध्‍यप्रदेश गान

सुख का दाता, सब का साथी, शुभ का यह संदेश है, मां की गोद, पिता का आश्रय, मेरा मध्यप्रदेश है।

विंध्याचल सा भाल, नर्मदा का जल जिसके पास है, यहां ताप्ती और बेतवा का पावन इतिहास है। उर्वर भूमि, सघन वन, रत्न सम्पदा जहां अशेष है, स्वर-सौरभ-सुषमा से मंडित, मेरा मध्यप्रदेश है।

सुख का दाता, सब का साथी, शुभ का यह संदेश है, मां की गोद, पिता का आश्रय, मेरा मध्यप्रदेश है।

क्षिप्रा में अमृत घट छलका, मिला कृष्ण को ज्ञान यहां, महाकाल को तिलक लगाने, मिला हमें वरदान यहां। कविता, न्याय, वीरता, गायन, सब कुछ यहां विशेष है, हृदय देश का यह, मैं इसका, मेरा मध्यप्रदेश है।

सुख का दाता, सब का साथी, शुभ का यह संदेश है, मां की गोद, पिता का आश्रय, मेरा मध्यप्रदेश है।

चंबल की कल-कल से गुंजित, कथा तान, बलिदान की, खजुराहो में कथा कला की, चित्रकूट में राम की। भीमबैठका आदिकला का, पत्थर पर अभिषेक है, अमृतकुंड अमरकंटक में, ऐसा मध्यप्रदेश है।

सुख का दाता, सब का साथी, शुभ का यह संदेश है, मां की गोद, पिता का आश्रय, मेरा मध्यप्रदेश है।

महेश श्रीवास्तव

डाउनलोड MP3

संस्कृति विभाग के राष्ट्रीय तुलसी एवं देवी अहिल्या सम्मान घोषित

मध्यप्रदेश शासन, संस्कृति विभाग द्वारा प्रतिवर्ष जनजातीय, लोक एवं पारम्पारिक कलाओं में उत्कृष्टता और श्रेष्ठ उपलब्धि को सम्मातनित करने के लिए वार्षिक राष्ट्रीय तुलसी सम्मान की स्थापना वर्ष 1983 में की गई है, जो केवल पुरुष कलाकार को प्रदान किया जाता है। राष्ट्रीय तुलसी सम्मान तीन वर्ष में दो बार प्रदर्शनकारी कलाओं और एक बार रूपंकर कलाओं के लिए दिया जाता है।

इसी प्रकार जनजातीय, लोक एवं पारम्परिक कलाओं के क्षेत्र में महिला कलाकार को सम्मानित करने के लिए राष्ट्रीय देवी अहिल्या सम्मान की स्था्पना विभाग द्वारा वर्ष 1996 में की गई है।

राष्ट्रीय तुलसी एवं देवी अहिल्या सम्मान के अंतर्गत सम्मानित होने वाले कलाकारों को सम्मान स्वरूप 2 लाख की सम्मान राशि, सम्मान पट्टिका एवं शॉल-श्रीफल प्रदान किया जाता है।

राष्ट्रीय तुलसी सम्मान से सम्मानित होने वाले कलाकारों में वर्ष 2017 का यह सम्मान जयपुर के सुप्रतिष्ठित चित्रकार श्री कैलाश चन्दा शर्मा को वर्ष 2018 का यह सम्म न राजनांद गाँव के सुप्रतिष्ठित बाँस-बाँसुरी वादक श्री विक्रम यादव को, वर्ष 2019 का यह सम्मान रायपुर के ख्या्त कबीर गायक डॉ. भारती बंधु को तथा वर्ष 2020 का यह सम्मान प्रतिष्ठित जनजातीय कलाकार श्री तिलकराम पेंद्राम को प्रदान किया जा रहा है।

राष्ट्रीय देवी अहिल्याा सम्मान से सम्मानित होने वाले कलाकारों में वर्ष 2019 का यह प्रतिष्ठित सम्मान मण्डला की जनजातीय कलाकार सुश्री शांति बाई मरावी को तथा वर्ष 2020 का यह प्रतिष्ठित सम्मान लखनऊ की अवधी, भोजपुरी एवं बुन्देलखण्डी शैली की सुविख्यात लोकगायिका सुश्री मालिनी अवस्थी‍ को प्रदान किया जा रहा है।

राष्ट्रीय तुलसी एवं देवी अहिल्या सम्मान से सम्मानित होने वाले कलाकारों का अलंकरण महेश्वर में 19 नवम्बर से आरंभ होने वाले 'निमाड़ उत्सव' के शुभारंभ अवसर पर पूर्व वर्षों की तरह ही संस्कृति विभाग की मंत्री सुश्री उषा बाबू ठाकुर द्वारा प्रदान किया जायेगा।